पंजाब के मुख्यमंत्री का दक्षिण कोरिया दौरा: राष्ट्रीय विकास के लिए वैश्विक साझेदारी
जापान के सफल दौरे के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का दक्षिण कोरिया दौरा भारत की औद्योगिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सियोल में प्रवासी भारतीयों के साथ हुई वार्ता में उन्होंने राष्ट्रीय एकता और आर्थिक स्वावलंबन के मूल्यों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
प्रवासी भारतीयों से राष्ट्रीय गौरव का आह्वान
सियोल में आयोजित विचार-विमर्श कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रवासी पंजाबियों से अपील की कि वे अपनी मातृभूमि के ब्रांड एम्बेसडर बनें। उन्होंने कहा कि पंजाब आज दुनिया के पसंदीदा निवेश गंतव्यों में तेजी से उभर रहा है और इसमें प्रवासी समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
मुख्यमंत्री का यह दृष्टिकोण भारतीय संस्कृति के उस शाश्वत सिद्धांत को दर्शाता है जहां वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ विदेशी निवेश को आमंत्रित किया जाता है।
औद्योगिक विकास में नवीन पहल
भगवंत मान ने बताया कि पंजाब सरकार की उद्योग नीतियों के कारण निवेशक पहले से ही प्रदेश में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबियों में जन्मजात उद्यमिता है और वे दुनिया के हर कोने में अपनी मेहनत से पहचान बनाते हैं।
पंजाब सरकार के शासन सुधारों में फास्टट्रैक पंजाब सिंगल-विंडो सिस्टम, 173 सेवाओं की ऑटो-डीम्ड मंजूरी, और पारदर्शी प्रक्रियाएं शामिल हैं। इन सुधारों से अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिका निवेश सुनिश्चित किया जा चुका है।
रणनीतिक साझेदारी की दिशा
दक्षिण कोरिया के साथ यह साझेदारी भारत की आत्मनिर्भर भारत की नीति के अनुकूल है। कोरियाई कंपनियों डेवू E&C, GS E&C और नोंगसिम के साथ होने वाली बैठकें भारत के औद्योगिक विकास में नई संभावनाएं लेकर आएंगी।
अरान इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर सी. आकाश ने फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। डॉ. लखविंदर सिंह ने रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर में कोरियाई निवेश आकर्षित करने की पहल का स्वागत किया।
राष्ट्रीय एकता और विकास का संदेश
कोरिया की पंजाबी एसोसिएशन की चेयरपर्सन मीनाक्षी पवार ने कहा कि लंबे समय बाद पंजाब सरकार का उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल कोरिया आया है। यह भविष्य के सहयोग के लिए नए रास्ते खोलेगा।
मुख्यमंत्री का यह दौरा दिखाता है कि भारत अपनी प्राचीन सभ्यता के मूल्यों के साथ आधुनिक विकास की राह पर अग्रसर है। पंजाब का उत्तरी भारत के रणनीतिक औद्योगिक प्रवेश द्वार के रूप में विकास वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ाएगा।
यह पहल भारत की उस महान परंपरा को आगे बढ़ाती है जहां शांति, एकता और न्याय के सिद्धांतों के साथ आर्थिक प्रगति को प्राथमिकता दी जाती है।